प्यार है ये कह दें!
1. हैं रिश्ते-नाते अनमोल कितने,
नाज़ुक हैं, इन्हें सींचते रहें।
ये मुरझाएँ ना, मुस्कुराएँ सदा,
महके प्यार की खुशबू इन से!
(कोरस)
अपनों से प्यार है, उनसे कहें,
महसूस करें वो खास हैं कितने!
खिलें दिल उनके, जब सुनें लफ्ज़ प्यारे!
रुकें ना, बता दें, प्यार है ये कह दें!
2. गर सीप से मोती ना निकाले कोई,
इसकी खूबसूरती देखें कैसे?
तो कर लें इज़हार जब दिल में है प्यार,
दिल की बात दिल में कैद ना रखें!
(कोरस)
अपनों से प्यार है, उनसे कहें,
महसूस करें वो खास हैं कितने!
खिलें दिल उनके, जब सुनें लफ्ज़ प्यारे!
रुकें ना, बता दें, प्यार है ये कह दें!
अपनों से प्यार है, उनसे कहें,
महसूस करें वो खास हैं कितने!
खिलें दिल उनके, जब सुनें लफ्ज़ प्यारे!
रुकें ना, बता दें, प्यार है ये कह दें!
(खास पंक्तियाँ)
पिता की आवाज़ सुनी यीशु ने,
‘मैं खुश हूँ तुझसे, मेरे प्यारे बेटे!’
यीशु जानता ये था पर ऐसे लफ्ज़ों से
खूब हौसला मिला!
(कोरस)
अपनों से प्यार है, उनसे कहें,
महसूस करें वो खास हैं कितने!
खिलें दिल उनके, जब सुनें लफ्ज़ प्यारे!
रुकें ना, बता दें, बसे हैं वो दिल में!
अपनों से प्यार है, उनसे कहें,
महसूस करें वो खास हैं कितने!
खिलें दिल उनके, जब सुनें लफ्ज़ प्यारे!
रुकें ना, बता दें, प्यार है ये कह दें!

