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दुनिया पर एक नज़र

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दुनिया पर एक नज़र

◼ “अमरीका में करीब 33 प्रतिशत लड़कियाँ, 20 साल से पहले ही गर्भवती हो जाती हैं।” —बीमारियों से बचाव और उसकी रोकथाम केंद्र, अमरीका।

◼ अमरीका में “घरेलू हिंसा के शिकार” के मामले में 420 आदमियों पर अध्ययन किया गया। अध्ययन से पता चला कि “दस में से तीन आदमियों को मारा-पीटा गया या दूसरे तरीकों से उन पर ज़ुल्म ढाए गए।” —अमेरिकन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन।

एक-से-ज़्यादा भाषाएँ सीखना, बच्चों का खेल?

बहुत-से माँ-बाप डरते हैं कि अगर उनके बच्चों को लगातार कोई दूसरी भाषा सुनायी जाए, तो वे अपनी मातृ-भाषा ठीक से नहीं सीख पाएँगे। लेकिन कनाडा के टोरोन्टो शहर में एक खोजबीन दल इसके बिलकुल उलट बताता है। दल के अध्यक्ष और तंत्रिका-वैज्ञानिक लॉरा-ऐन पटीटो कहती है: ‘बच्चे तंत्रिका से जुड़ी कोशिकाओं के साथ पैदा होते हैं। और ये कोशिकाएँ एक-से-ज़्यादा भाषाएँ सीखने में उनकी मदद करती हैं।’ जो बच्चे दो भाषाएँ जानते हैं, वे अकसर स्कूल की पढ़ाई में उन बच्चों से तेज़ होते हैं जिन्हें सिर्फ एक भाषा आती है। टोरोन्टो स्टार अखबार कहता है: “जिन बच्चों को दो भाषाएँ आती हैं, उन्हें बहुत-से फायदे होते हैं। इसलिए अगर माँ-बाप चाहते हैं कि उनके बच्चों को भी ये फायदे हों, तो उन्हें अपने बच्चों को दूसरी भाषा सिखाने के लिए पहल करनी होगी।” (g09 10)

पोर्नोग्राफी घबराए बच्चों का मन

बच्चे बहुत कम उम्र से ही इंटरनेट पर अश्‍लील और मार-धाड़वाले वीडियो देखने लगते हैं। भाषाविज्ञानियों के जर्मन संघ के चेयरमैन हाइंज़-पेटर माइडिंगर के मुताबिक, बारह साल या उससे बड़े लड़कों को इंटरनेट पर वे साइट ढूँढ़ना आता है, जिनमें हद-से-ज़्यादा हिंसा या घिनौने किस्म की अश्‍लीलता दिखायी जाती है। इन बच्चों को देखने से शायद हमें लगे कि वे बहुत सख्त जान हैं और उन वीडियो का इन पर कोई बुरा असर नहीं हो रहा। लेकिन अंदर-ही-अंदर उन्हें ज़बरदस्त झटका लगता है और उनका मन घबरा उठता है। माइडिंगर माता-पिताओं को बढ़ावा देता है कि वे अपने बच्चों में दिलचस्पी लें और यह जानने की कोशिश करें कि उनके मन में क्या चल रहा है और वे कंप्यूटर पर क्या देख रहे हैं। (g09 10)

यह क्या लाचारी, अभी से तलाक की तैयारी

सिडनी का संडे टेलिग्राफ अखबार बताता है कि ऑस्ट्रेलिया में अब बहुत-से लोग शादी से पहले करारनामा कर रहे हैं, जो यह माँग करता है कि उनके होनेवाले साथी, रहन-सहन से जुड़ी कुछ शर्तें पूरी करें। इन करारनामों में बताया जाता है कि अगर उनका तलाक हो जाता है, तो वे अपने सामान और पैसों का बँटवारा किस तरह करेंगे। आजकल तो कई करारनामे यह बताते हैं कि शादी कायम रखने के लिए पति-पत्नी को किस तरह जीना होगा। इनमें ये भी बताया जाता है कि कौन खाना बनाएगा, सफाई करेगा, गाड़ी चलाएगा, साथ ही घर में पालतू जानवर रखे जा सकते हैं या नहीं, पति-पत्नी दोनों का वज़न कितना होना चाहिए, कुत्ता कौन घुमाएगा और कूड़ा कौन फेंकेगा। वकील क्रिस्टीन जेफ्रेस कहती है कि लोगों को “बहुत कम उम्मीद रहती है कि उनका रिश्‍ता हमेशा तक कायम रहेगा।” (g09 10)

बच्चा माँगे प्यार, माँ-बाप हैरान कैसे करें दुलार

पोलिश पत्रिका न्यूज़वीक पौलस्का बताती है: “आजकल ज़्यादा-से-ज़्यादा माँ-बाप नहीं जानते कि अपने बच्चों को प्यार कैसे दिखाएँ। इसलिए वे बच्चों के साथ पेश आने के लिए किताबों में सलाह ढूँढ़ते हैं।” नौबत यह आ गयी है कि बच्चों को गले लगाना, उनके साथ खेलना और उनके लिए गाने गाना, ये सारी बातें माँ-बाप को सीखनी पड़ रही हैं। बच्चों के सही तरह से बढ़ने में यह सब करना बेहद ज़रूरी है। लेकिन खोजबीन से पता चला है कि “पोलिश परिवारों में माँ-बाप आम तौर पर जिन तरीकों से अपने बच्चों के साथ वक्‍त बिताते हैं, उनमें टी.वी. देखना और खरीदारी करना सबसे पहले स्थान पर आता है।” जबकि एक-दूसरे के साथ खेलना, छठे स्थान पर आता है। (g09 10)