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2024

यीशु की कुरबानी याद करें

उसकी कुरबानी से आपको क्या फायदा हो सकता है?

दो कार्यक्रमों में आपका स्वागत है। इनमें हाज़िर होने के लिए आपसे कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। ये कार्यक्रम हैं:

  • बाइबल पर आधारित खास भाषण, “मरे हुए फिर से ज़िंदा होंगे​—सपना नहीं, सच!”

  • यीशु की मौत का स्मारक

यीशु की कुरबानी याद करें

रविवार, 24 मार्च, 2024

साल में एक बार यहोवा के साक्षी यीशु की मौत का दिन याद करते हैं, क्योंकि यीशु ने ऐसा करने की आज्ञा दी थी, “मेरी याद में ऐसा ही किया करना।”​—लूका 22:19.

स्मारक का कार्यक्रम कहाँ होगा

बाइबल पर आधारित खास भाषण

“मरे हुए फिर से ज़िंदा होंगे​—⁠सपना नहीं, सच!”

इस भाषण में वक्‍ता समझाएगा कि मरे हुओं के फिर से ज़िंदा किए जाने की आशा, आपके लिए और आपके अपनों के लिए क्या मायने रखती है? यह भाषण स्मारक से करीब एक हफ्ते पहले दिया जाएगा।

अकसर पूछे जानेवाले सवाल

कार्यक्रम कितना लंबा होगा?

करीब एक घंटे का होगा।

यह कहाँ होगा?

इसके लिए अपने इलाके के यहोवा के साक्षियों से संपर्क करें।

क्या इसमें हाज़िर होने के लिए कोई फीस लगेगी?

नहीं।

क्या वहाँ आपसे कोई चंदा माँगा जाएगा?

नहीं। यहोवा के साक्षियों की किसी भी सभा में लोगों से चंदा नहीं माँगा जाता।

क्या इसके लिए आपको किसी खास तरह के कपड़े पहनकर आने होंगे?

नहीं। ज़रूरी नहीं कि आपके कपड़े महँगे हों या किसी खास तरह के हों। लेकिन यहोवा के साक्षी बाइबल में दी सलाह मानकर ऐसे कपड़े पहनते हैं, जो सलीकेदार हैं और जिनसे मर्यादा झलकती है।​—1 तीमुथियुस 2:9.

स्मारक की सभा में क्या-क्या होगा?

सभा की शुरूआत में एक गीत गाया जाएगा। फिर यहोवा का एक साक्षी प्रार्थना करेगा। उसके बाद एक भाषण होगा जिसमें समझाया जाएगा कि यीशु ने अपनी जान क्यों दी। उसमें यह भी बताया जाएगा कि परमेश्‍वर और यीशु ने हमारे लिए जो किया, उससे हमें क्या फायदा हो सकता है। भाषण के बाद गीत गाया जाएगा और एक प्रार्थना से सभा खत्म होगी।

स्मारक कब-कब होंगे?

2024: रविवार, 24 मार्च

2025: शनिवार, 12 अप्रैल

2026: गुरुवार, 2 अप्रैल

ज़्यादा जानने के लिए आगे बताए वीडियो देखें।

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आपने सुना होगा कि यीशु ने हमारे लिए अपनी जान दी ताकि हमारे पाप मिट जाएँ और हम ज़िंदगी पाएँ। पर एक आदमी की कुरबानी से लाखों लोगों को ज़िंदगी कैसे मिल सकती है?

आप चाहें तो इस निमंत्रण-पत्र को डाउनलोड करके प्रिंट कर सकते हैं