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क्या आपने कभी सोचा है?

क्या आपने कभी सोचा है?

क्या बाइबल में दी गयी सलाह मानने से आप परमेश्‍वर के दोस्त बन सकते हैं?

कुछ लोगों का कहना है . . .

कि वे परमेश्‍वर के दोस्त नहीं बन सकते, क्योंकि उनसे कई बार गलतियाँ हो जाती हैं। दूसरे कहते हैं कि परमेश्‍वर को हमारी कोई परवाह नहीं है। आपका क्या मानना है?

पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?

परमेश्‍वर “सीधे-सच्चे लोगों से गहरी दोस्ती रखता है।” (नीतिवचन 3:32) अगर हम परमेश्‍वर की आज्ञा मानें, तो हम उसके दोस्त बन सकते हैं।

शास्त्र में और क्या बताया गया है?

  • परमेश्‍वर खुद हमारा दोस्त बनना चाहता है।​—याकूब 4:8.

  • एक दोस्त के नाते वह हमारी सहायता करना चाहता है और हमारी गलतियाँ माफ करता है।​—भजन 86:5.

  • जो परमेश्‍वर के दोस्त हैं, वे उन बातों को पसंद करते हैं, जिन्हें वह पसंद करता है और उन बातों से घिन करते हैं, जिनसे उसे घिन है।​—रोमियों 12:9.