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गीत 112

यहोवा, शांति का परमेश्‍वर

यहोवा, शांति का परमेश्‍वर

(फिलिप्पियों 4:9)

  1. 1. याह, वादा है तेरा,

    हमें शांति तू देगा।

    शक्‌-ति तेरी तुझसे माँगें;

    फल जिसका हम में बढ़े।

    किया है बेटे पे,

    हाँ, विश्‍वास हमने दिल से;

    हैं बन पाए दोस्त हम तेरे

    और सुलह हुई तुझसे।

  2. 2. पवित्र शक्‌-ति से

    शास्त्र की समझ मिले;

    इसके तेज से राह दिख जाए

    इस अंधेरी दुन्‌-या में।

    हमारी है दुआ,

    आए शांति का समाँ;

    जब तलक वो दिन ना आए,

    तुझसे शांति हम चाहें।

  3. 3. प्यार से सौंपा तूने

    काम गवाही का हमें;

    जोड़ा तूने, सब एक होके

    ऐलाँ राज का हैं करते।

    हुकूमत नेक तेरी

    जल्द ही शांति लाएगी;

    नम्र लोग फिर खिल उठेंगे

    बनके वारिस धरती के।