प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण जून 2013

जीवन कहानी

परमेश्‍वर की आज्ञाएँ मानने से मुझे ढेर सारी आशीषें मिलीं

एलीज़ा पीचोली की जीवन कहानी पढ़िए। बहुत-सी चुनौतियों, बलिदानों और दुखों के बावजूद उसने एक सही नज़रिया बनाए रखा।

यहोवा के गुणों की दिल से कदर कीजिए

यहोवा से कोई भी बेझिझक बात कर सकता है और वह कभी भेदभाव नहीं करता। उसकी मिसाल पर गौर करके हमें भी ये गुण दिखाने में मदद मिलेगी।

यहोवा की दरियादिली और लिहाज़ दिखाने के गुण की कदर कीजिए

दरियादिल होने और लिहाज़ दिखाने में यहोवा ने सबसे बेहतरीन मिसाल रखी है। उसकी मिसाल का अध्ययन करने से हमें भी वे गुण दिखाने में मदद मिलेगी।

यहोवा की वफादारी और उसके माफ करने के गुण की कदर कीजिए

वफादारी और माफ करना ऐसे मनभावने गुण हैं, जो एक सच्चे दोस्त में पाए जाते हैं। यहोवा की मिसाल पर चलकर हम ये ज़रूरी गुण बढ़ा पाएँगे।

आपने पूछा

बाइबल में बताए ‘परमेश्‍वर के पुत्र’ और ‘कारावास में पड़े दुष्ट स्वर्गदूत’ कौन हैं?

यहोवा के अनुशासन के मुताबिक ढलने के लिए तैयार रहिए

‘हमारे कुम्हार’ यहोवा ने न सिर्फ इंसानों को बल्कि राष्ट्रों को भी ढाला है। हम इससे क्या सीख सकते हैं और आज हम उसके ज़रिए ढाले जाने से कैसे फायदा पा सकते हैं?

प्राचीनो, क्या आप “थके हुए लोगों” को ताज़गी पहुँचाएँगे?

मसीही प्राचीन रखवाली भेंट के लिए कैसे तैयारी करते हैं? प्राचीन किसी थके हुए या निराशा से गुज़र रहे भाई का हौसला बढ़ाने के लिए उसे “परमेश्‍वर की तरफ से कोई तोहफा” दे सकते हैं।

क्या आपको याद है?

क्या आपने हाल की प्रहरीदुर्ग पत्रिकाएँ ध्यान से पढ़ी हैं? खुद से ये सवाल पूछिए और देखिए कि आपको कितना याद है।