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क्या मसीहा से जुड़ी भविष्यवाणियों से साबित होता है कि यीशु ही मसीहा था?

क्या मसीहा से जुड़ी भविष्यवाणियों से साबित होता है कि यीशु ही मसीहा था?

शास्त्र से जवाब

 हाँ। जब यीशु धरती पर था, तो उसने “मसीहा यानी अगुवे” के बारे में बतायी कई भविष्यवाणियाँ पूरी कीं। बाइबल में यह भी बताया गया है कि मसीहा “दुनिया का उद्धारकर्ता” बनता। (दानियेल 9:25; 1 यूहन्‍ना 4:14) अपनी मौत के बाद भी यीशु, मसीहा के बारे में कई भविष्यवाणियाँ पूरी करता रहा।—भजन 110:1; प्रेषितों 2:34-36.

 “मसीहा” का मतलब क्या है?

 इब्रानी शब्द मशीआक (मसीहा) और यूनानी शब्द ख्रिस्तौस (मसीह), दोनों का मतलब “अभिषिक्‍त जन” है। इसलिए “यीशु मसीह” का मतलब है, “अभिषिक्‍त जन यीशु” या “मसीहा यीशु।”

 बाइबल में बताया गया है कि पुराने ज़माने में जब किसी को कोई अधिकार या खास ओहदा दिया जाता था, तो उसके सिर पर तेल उँडेलकर उसका अभिषेक किया जाता था। (लैव्यव्यवस्था 8:12; 1 शमूएल 16:13) परमेश्‍वर ने यीशु को मसीहा ठहराया था यानी उसे एक बहुत बड़ा अधिकार दिया था। (प्रेषितों 2:36) लेकिन उसने यीशु का अभिषेक तेल से नहीं बल्कि पवित्र शक्‍ति से किया था।​—मत्ती 3:16.

 क्या एक-से-ज़्यादा व्यक्‍ति मसीहा से जुड़ी भविष्यवाणियाँ पूरी कर सकते हैं?

 नहीं। जैसे एक उँगलियों के निशान एक ही व्यक्‍ति के हो सकते हैं, वैसे ही बाइबल की भविष्यवाणियाँ जिस तरह पूरी हुईं, उससे पता चलता है कि सिर्फ एक ही व्यक्‍ति मसीहा या मसीह हो सकता है। लेकिन बाइबल में हमें यह भी खबरदार किया गया है कि “झूठे मसीह और झूठे भविष्यवक्‍ता उठ खड़े होंगे और बड़े-बड़े चमत्कार और अजूबे दिखाएँगे ताकि हो सके तो चुने हुओं को भी गुमराह कर दें।”​—मत्ती 24:24.

 क्या ऐसा हो सकता है कि मसीहा भविष्य में आएगा?

 नहीं। बाइबल में पहले से बताया गया है कि मसीहा, इसराएल के राजा दाविद के वंश से आएगा। (भजन 89:3, 4) मगर आज कोई दावा नहीं कर सकता कि वह दाविद के वंश से है। क्योंकि ज़ाहिर है कि दाविद की वंशावली के सारे दस्तावेज़ ईसवी सन्‌ 70 में नष्ट हो गए थे, जब रोमियों ने यरूशलेम का नाश कर दिया था। a वहीं दूसरी तरफ, ये दस्तावेज़ यीशु के ज़माने में मौजूद थे। इसलिए उसके दुश्‍मन भी इस बात को नहीं झुठला पाए कि वह दाविद का एक वंशज है।​—मत्ती 22:41-46.

 मसीहा से जुड़ी कितनी भविष्यवाणियाँ बाइबल में दी गयी हैं?

 यह सही-सही बताना मुश्‍किल है क्योंकि इस मामले में लोगों की राय अलग-अलग है। यहाँ तक कि बाइबल के जिन हिस्सों में मसीहा के बारे में साफ-साफ बताया गया है, उनमें किन बातों को एक भविष्यवाणी कहा जाए, इस बारे में भी लोगों की अलग-अलग राय है। उदाहरण के लिए, यशायाह 53:2-7 को ही लीजिए। कुछ लोग इन आयतों को एक भविष्यवाणी के तौर पर गिनते हैं, तो कुछ का मानना है कि इनमें मसीहा के बारे में बतायी अलग-अलग बातें अलग-अलग भविष्यवाणियाँ हैं।

 मसीहा से जुड़ी कुछ भविष्यवाणियाँ जो यीशु ने पूरी कीं

भविष्यवाणी

कहाँ दी गयी है

पूर्ति

अब्राहम का वंश

उत्पत्ति 22:17, 18

मत्ती 1:1

अब्राहम के बेटे इसहाक का वंशज

उत्पत्ति 17:19

मत्ती 1:2

इसराएल के यहूदा गोत्र में पैदा हुआ

उत्पत्ति 49:10

मत्ती 1:1, 3

राजा दाविद के शाही खानदान से था

यशायाह 9:7

मत्ती 1:1

एक कुँवारी से पैदा हुआ

यशायाह 7:14

मत्ती 1:18, 22, 23

बेतलेहेम में जन्म

मीका 5:2

मत्ती 2:1, 5, 6

इम्मानुएल b कहलाया

यशायाह 7:14

मत्ती 1:21-23

एक गरीब परिवार से था

यशायाह 53:2

लूका 2:7

उसके जन्म के बाद छोटे बच्चों की हत्या की गयी

यिर्मयाह 31:15

मत्ती 2:16-18

मिस्र से बुलाया गया

होशे 11:1

मत्ती 2:13-15

नासरी c कहलाया

यशायाह 11:1

मत्ती 2:23

उससे पहले एक दूत आया

मलाकी 3:1

मत्ती 11:7-10

ई.स. 29 में मसीहा के तौर पर अभिषिक्‍त d

दानियेल 9:25

मत्ती 3:13-17

परमेश्‍वर ने उसे अपना बेटा कहा

भजन 2:7

प्रेषितों 13:33, 34

परमेश्‍वर के भवन के लिए जोश

भजन 69:9

यूहन्‍ना 2:13-17

खुशखबरी का प्रचारक

यशायाह 61:1

लूका 4:16-21

गलील में प्रचार करने से तेज़ रौशनी चमकी

यशायाह 9:1, 2

मत्ती 4:13-16

मूसा की तरह चमत्कार किया

व्यवस्थाविवरण 18:15

प्रेषितों 2:22

मूसा की तरह परमेश्‍वर की बातें बतायीं

व्यवस्थाविवरण 18:18, 19

यूहन्‍ना 12:49

कई बीमारों को ठीक किया

यशायाह 53:4

मत्ती 8:16, 17

अपनी तरफ ध्यान नहीं खींचा

यशायाह 42:2

मत्ती 12:17, 19

ज़ुल्म सहनेवालों पर करुणा की

यशायाह 42:3

मत्ती 12:9-20; मरकुस 6:34

परमेश्‍वर का न्याय ज़ाहिर किया

यशायाह 42:1, 4

मत्ती 12:17-20

बेजोड़ सलाहकार

यशायाह 9:6, 7

यूहन्‍ना 6:68

परमेश्‍वर के नाम का ऐलान किया

भजन 22:22

यूहन्‍ना 17:6

मिसालें दीं

भजन 78:2

मत्ती 13:34, 35

अगुवा

दानियेल 9:25

मत्ती 23:10

कई लोगों ने उस पर विश्‍वास नहीं किया

यशायाह 53:1

यूहन्‍ना 12:37, 38

ठोकर का पत्थर

यशायाह 8:14, 15

मत्ती 21:42-44

इंसानों ने उसे ठुकरा दिया

भजन 118:22, 23

प्रेषितों 4:10, 11

बेवजह नफरत की गयी

भजन 69:4

यूहन्‍ना 15:24, 25

राजा की हैसियत से गधे पर सवार होकर यरूशलेम आया

जकरयाह 9:9

मत्ती 21:4-9

बच्चों ने तारीफ की

भजन 8:2

मत्ती 21:15, 16

यहोवा के नाम से आया

भजन 118:26

यूहन्‍ना 12:12, 13

एक जिगरी दोस्त ने गद्दारी की

भजन 41:9

यूहन्‍ना 13:18

चाँदी के 30 सिक्कों के लिए गद्दारी की गयी e

जकरयाह 11:12, 13

मत्ती 26:14-16; 27:3-10

दोस्त उसे छोड़कर भाग गए

जकरयाह 13:7

मत्ती 26:31, 56

उसके खिलाफ झूठे गवाह उठ खड़े हुए

भजन 35:11

मत्ती 26:59-61

इलज़ाम लगानेवालों के सामने चुप रहा

यशायाह 53:7

मत्ती 27:12-14

उस पर थूका गया

यशायाह 50:6

मत्ती 26:67; 27:27, 30

सिर पर मारा गया

मीका 5:1

मरकुस 15:19

कोड़े मारे गए

यशायाह 50:6

यूहन्‍ना 19:1

मारनेवालों को रोका नहीं

यशायाह 50:6

यूहन्‍ना 18:22, 23

सरकारी अधिकारियों ने उसके खिलाफ साज़िश की

भजन 2:2

लूका 23:10-12

हाथ-पैर पर कील ठोंका गया

भजन 22:16

मत्ती 27:35; यूहन्‍ना 20:25

उसके कपड़ों के लिए चिट्ठियाँ डाली गयीं

भजन 22:18

यूहन्‍ना 19:23, 24

अपराधियों में गिना गया

यशायाह 53:12

मत्ती 27:38

मज़ाक उड़ाया गया, अपमान किया गया

भजन 22:7, 8

मत्ती 27:39-43

पापियों के लिए दुख सहा

यशायाह 53:5, 6

1 पतरस 2:23-25

ऐसा लगा कि परमेश्‍वर ने उसे छोड़ दिया

भजन 22:1

मरकुस 15:34

पीने के लिए सिरका और पित्त दिया गया

भजन 69:21

मत्ती 27:34

मौत से पहले प्यास लगी

भजन 22:15

यूहन्‍ना 19:28, 29

अपनी जान परमेश्‍वर के हवाले कर दी

भजन 31:5

लूका 23:46

अपनी जान कुरबान कर दी

यशायाह 53:12

मरकुस 15:37

पाप मिटाने के लिए फिरौती दी

यशायाह 53:12

मत्ती 20:28

एक भी हड्डी नहीं तोड़ी गयी

भजन 34:20

यूहन्‍ना 19:31-33, 36

भेदा गया

जकरयाह 12:10

यूहन्‍ना 19:33-35, 37

अमीरों के साथ गाड़ा

यशायाह 53:9

मत्ती 27:57-60

मरे हुओं में से ज़िंदा किया गया

भजन 16:10

प्रेषितों 2:29-31

विश्‍वासघाती की जगह किसी और को चुना गया

भजन 109:8

प्रेषितों 1:15-20

परमेश्‍वर के दाएँ हाथ बैठा

भजन 110:1

प्रेषितों 2:34-36

a मैकक्लिंटॉक और स्ट्रॉन्ग की साइक्लोपीडिया में लिखा है, “इसमें कोई शक नहीं कि यरूशलेम के विनाश के वक्‍त सारे यहूदी गोत्रों और परिवारों की वंशावली के रिकॉर्ड नष्ट हो गए थे, मगर उससे पहले नहीं।”

b इम्मानुएल एक इब्रानी नाम है जिसका मतलब है, “परमेश्‍वर हमारे साथ है।” इस नाम से पता चलता है कि यीशु ने मसीहा के तौर पर क्या किया। वह धरती पर आया और उसने अलग-अलग काम किए। इस तरह उसने साबित किया कि परमेश्‍वर अपने सेवकों के साथ है।​—लूका 2:27-32; 7:12-16.

c शब्द “नासरी” शायद इब्रानी शब्द नीत्सेर से निकला है जिसका मतलब है, “अंकुर।”

d बाइबल में दर्ज़ इतिहास से कैसे पता चलता है कि मसीहा को ईसवी सन्‌ 29 में प्रकट होना था, यह जानने के लिए “मसीहा को कब प्रकट होना था?” लेख पढ़ें।

e हालाँकि यह भविष्यवाणी जकरयाह की किताब में दी गयी है, फिर भी बाइबल के एक लेखक मत्ती ने कहा कि यह भविष्यवाणी “यिर्मयाह भविष्यवक्‍ता से कहलवायी गयी थी।” (मत्ती 27:9) शास्त्र के एक भाग को ‘भविष्यवक्‍ताओं की किताबें’ कहा जाता था और मालूम पड़ता है कि कभी-कभी इस भाग में यिर्मयाह की किताब को पहले रखा जाता था। (लूका 24:44) इसलिए ज़ाहिर है कि जब मत्ती ने “यिर्मयाह” कहा तो उसका मतलब था ‘भविष्यवक्‍ताओं की किताबें,’ जिनमें जकरयाह की किताब भी शामिल थी।