लैव्यव्यवस्था 4:1-35

4  यहोवा ने मूसा से यह भी कहा,  “इसराएलियों से कहना, ‘अगर तुममें से कोई अनजाने में ऐसा काम करता है जिसे न करने की आज्ञा यहोवा ने दी है,+ तो उस पाप के प्रायश्‍चित के लिए उसे यह करना होगा:  अगर अभिषिक्‍त याजक+ कोई पाप करता है+ जिससे इसराएल के सभी लोग दोषी हो जाते हैं, तो उसे चाहिए कि वह प्रायश्‍चित के लिए ऐसे बैल की पाप-बलि यहोवा को अर्पित करे जिसमें कोई दोष न हो।+  वह बैल को भेंट के तंबू के द्वार पर यहोवा के सामने लाएगा+ और उसके सिर पर अपना हाथ रखेगा। फिर वह बैल को यहोवा के सामने हलाल करेगा।+  इसके बाद अभिषिक्‍त याजक+ बैल के खून में से थोड़ा खून लेगा और उसे भेंट के तंबू के अंदर ले जाएगा।  फिर वह खून में अपनी उँगली डुबोएगा+ और तंबू के पवित्र भाग में परदे के पास यहोवा के सामने सात बार छिड़केगा।+  वह थोड़ा-सा खून सुगंधित धूप की वेदी के सींगों पर भी लगाएगा,+ जो भेंट के तंबू में यहोवा के सामने रखी है। और बैल का बाकी खून होम-बलि की वेदी के नीचे उँडेल देगा+ जो भेंट के तंबू के द्वार पर है।  इसके बाद वह पाप-बलि के बैल की सारी चरबी निकालकर अलग रखेगा, वह चरबी जो अंतड़ियों को ढके रहती है और जो अंतड़ियों के आस-पास होती है,  दोनों गुरदे और उनके ऊपर की चरबी यानी कमर के पास की चरबी। वह गुरदों के साथ-साथ कलेजे के आस-पास की चरबी भी निकालकर अलग रखेगा।+ 10  वह बैल की यह सारी चरबी वैसे ही अलग करेगा, जैसे शांति-बलि के बैल की चरबी अलग की जाती है।+ फिर याजक ये सारी चीज़ें होम-बलि की वेदी पर जलाएगा ताकि इनका धुआँ उठे। 11  मगर बैल की खाल, उसका पूरा गोश्‍त, सिर, पाए, अंतड़ियाँ और गोबर,+ 12  यह सब छावनी के बाहर एक साफ जगह पर ले जाना चाहिए जहाँ राख* फेंकी जाती है। वहाँ पर वह इन सारी चीज़ों को जलती लकड़ियों पर रखकर जला देगा।+ यह सब राख फेंकने की जगह पर ही जला देना चाहिए। 13  अगर इसराएल के सभी लोग अनजाने में कोई पाप करके दोषी बन जाते हैं,+ मगर मंडली को नहीं मालूम कि उन्होंने ऐसा काम किया है जिसे न करने की आज्ञा यहोवा ने दी थी,+ 14  तो जब उनका पाप सामने आ जाता है तब मंडली को चाहिए कि वह पाप-बलि के लिए एक बैल को भेंट के तंबू के सामने लाए। 15  मंडली के मुखिया यहोवा के सामने बैल के सिर पर अपने हाथ रखेंगे और उसे यहोवा के सामने हलाल किया जाएगा। 16  इसके बाद अभिषिक्‍त याजक बैल का थोड़ा खून लेकर भेंट के तंबू के अंदर जाएगा। 17  फिर वह खून में अपनी उँगली डुबोएगा और परदे के पास यहोवा के सामने उसे सात बार छिड़केगा।+ 18  इसके बाद याजक थोड़ा-सा खून उस वेदी+ के सींगों पर लगाएगा, जो भेंट के तंबू में यहोवा के सामने रखी है। और बैल का बाकी खून होम-बलि की वेदी के नीचे उँडेल देगा जो भेंट के तंबू के द्वार पर है।+ 19  वह बैल की सारी चरबी अलग निकालकर वेदी पर जलाएगा ताकि उसका धुआँ उठे।+ 20  याजक को इस बैल के साथ ठीक वही करना है जो वह पाप-बलि के पहले बैल के साथ करता है। इस तरह वह लोगों के पाप के लिए प्रायश्‍चित करेगा+ और उन्हें माफ किया जाएगा। 21  बैल को छावनी के बाहर ले जाना चाहिए। फिर वह उसे वहाँ पहले बैल की तरह जला देगा।+ यह मंडली के लिए दी जानेवाली पाप-बलि है।+ 22  अगर कोई प्रधान+ अनजाने में ऐसा काम करता है जिसे न करने की आज्ञा उसके परमेश्‍वर यहोवा ने दी है और इस तरह पाप का दोषी बनता है, 23  या अगर उसे पता चलता है कि उसने परमेश्‍वर की आज्ञा के खिलाफ कोई पाप किया है, तो उसे पाप-बलि के लिए बकरी का ऐसा बच्चा लाना होगा जो नर हो और जिसमें कोई दोष न हो। 24  वह बकरी के बच्चे के सिर पर अपना हाथ रखेगा और उसे यहोवा के सामने उस जगह हलाल करेगा जहाँ होम-बलि का जानवर हलाल किया जाता है।+ यह पाप-बलि है। 25  फिर याजक अपनी उँगली से पाप-बलि के बकरे का थोड़ा-सा खून लेगा और उसे होम-बलि की वेदी के सींगों पर लगाएगा।+ और बाकी खून होम-बलि की वेदी के नीचे उँडेल देगा।+ 26  फिर वह बकरे की सारी चरबी वेदी पर जलाएगा ताकि उसका धुआँ उठे, ठीक जैसे शांति-बलि की चरबी जलायी जाती है।+ और याजक, प्रधान के पाप के लिए प्रायश्‍चित करेगा और उसे माफ कर दिया जाएगा। 27  अगर आम लोगों में से कोई अनजाने में ऐसा काम करता है जिसे न करने की आज्ञा यहोवा ने दी है और इस तरह पाप का दोषी बनता है,+ 28  या अगर उसे पता चलता है कि उसने एक पाप किया है, तो उसे पाप-बलि के लिए बकरी का एक बच्चा लाना होगा, जो मादा हो और जिसमें कोई दोष न हो। 29  वह पाप-बलि के जानवर के सिर पर अपना हाथ रखेगा और उसे उस जगह हलाल करेगा जहाँ होम-बलि का जानवर हलाल किया जाता है।+ 30  याजक अपनी उँगली से बकरी का थोड़ा खून लेगा और उसे होम-बलि की वेदी के सींगों पर लगाएगा और बाकी खून वेदी के नीचे उँडेल देगा।+ 31  फिर वह जानवर की सारी चरबी अलग करेगा,+ ठीक जैसे शांति-बलि के जानवर की चरबी अलग की जाती है।+ और याजक उस चरबी को वेदी पर जलाएगा ताकि उसका धुआँ उठे और उसकी सुगंध पाकर यहोवा खुश हो। और याजक उस आदमी के लिए प्रायश्‍चित करेगा और उसे माफ किया जाएगा। 32  लेकिन अगर वह आदमी पाप-बलि के लिए मेम्ना देना चाहता है, तो उसे ऐसा मेम्ना देना चाहिए जो मादा हो और जिसमें कोई दोष न हो। 33  वह अपना हाथ पाप-बलि के मेम्ने के सिर पर रखेगा और उसे उस जगह हलाल करेगा जहाँ होम-बलि का जानवर हलाल किया जाता है।+ 34  फिर याजक अपनी उँगली से पाप-बलि के मेम्ने का थोड़ा खून लेगा और उसे होम-बलि की वेदी के सींगों पर लगाएगा+ और बाकी खून वेदी के नीचे उँडेल देगा। 35  फिर वह मेम्ने की सारी चरबी अलग करेगा, ठीक जैसे शांति-बलि के मेम्ने की चरबी अलग की जाती है। और याजक वेदी पर यहोवा के लिए अर्पित बलि के ऊपर यह सारी चरबी रखकर जलाएगा ताकि इसका धुआँ उठे।+ और याजक उस आदमी के पाप के लिए प्रायश्‍चित करेगा और उसे माफ किया जाएगा।+

कई फुटनोट

यानी बलिदान में जलाए गए जानवरों की पिघली चरबी से भीगी राख।

अध्ययन नोट

तसवीर और ऑडियो-वीडियो