भजन 143:1-12

दाविद का सुरीला गीत। 143  हे यहोवा, मेरी प्रार्थना सुन,+मेरी मदद की पुकार सुन। तू विश्‍वासयोग्य और नेक है, इसलिए मुझे जवाब दे।   अपने सेवक पर मुकदमा न चला,क्योंकि कोई भी इंसान तेरे सामने नेक नहीं ठहर सकता।+   दुश्‍मन मेरा पीछा कर रहा है,उसने मुझे ज़मीन पर रौंदकर मेरी जान ले ली। मुझे अँधेरे में डाल दिया,उन लोगों की तरह जिन्हें मरे अरसा हो गया है।   मेरी ताकत जवाब दे रही है,+मेरा मन सुन्‍न हो गया है।+   मैं गुज़रे दिन याद करता हूँ,तेरे सब कामों पर मनन करता हूँ,+तेरे हाथ के काम पर गहराई से सोचता हूँ।*   मैं तेरे सामने अपने हाथ फैलाता हूँ,जैसे सूखी ज़मीन बारिश की प्यासी होती है, वैसे ही मैं तेरा प्यासा हूँ।+ (सेला )   हे यहोवा, मुझे जल्द जवाब दे,+मेरी ताकत मिट चुकी है।+ मुझसे अपना मुँह न फेर,+वरना मैं गड्‌ढे* में जानेवालों की तरह बन जाऊँगा।+   मुझे भोर को अपने अटल प्यार के बारे में सुना,क्योंकि मैं तुझ पर भरोसा रखता हूँ। मुझे वह रास्ता दिखा जिस पर मुझे चलना चाहिए,+क्योंकि मैं तेरी तरफ मुड़ता हूँ।   हे यहोवा, मुझे दुश्‍मनों से छुड़ा ले। मैं बचाव के लिए तेरी आस लगाता हूँ।+ 10  मुझे तेरी मरज़ी पूरी करना सिखा,+क्योंकि तू मेरा परमेश्‍वर है। तेरी पवित्र शक्‍ति भली है,वह समतल ज़मीन* में मेरी अगुवाई करे। 11  हे यहोवा, अपने नाम की खातिर मेरी जान की हिफाज़त कर। अपनी नेकी की वजह से मुझे संकट से छुड़ा ले।+ 12  अपने अटल प्यार की वजह से मेरे दुश्‍मनों का अंत कर दे,+मुझे सतानेवालों का नाश कर दे,+क्योंकि मैं तेरा सेवक हूँ।+

कई फुटनोट

या “का अध्ययन करता हूँ।”
या “कब्र।”
या “सीधाई के देश।”

अध्ययन नोट

तसवीर और ऑडियो-वीडियो