क्या आपने कभी सोचा है?
क्या हम “आखिरी दिनों” में जी रहे हैं?
आपको क्या लगता है?
हाँ
नहीं
पता नहीं
पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?
“आखिरी दिनों में संकटों से भरा ऐसा वक्त आएगा जिसका सामना करना मुश्किल होगा।” (2 तीमुथियुस 3:1) पवित्र शास्त्र में दी भविष्यवाणियों और आज हो रही घटनाओं से पता चलता है कि हम “आखिरी दिनों” में जी रहे हैं।
शास्त्र में और क्या बताया गया है?
इस दौरान युद्ध, अकाल, भूकंप और जानलेवा बीमारियाँ होंगी।—मत्ती 24:3, 7; लूका 21:11.
आखिरी दिनों में इंसानों के नैतिक स्तर बहुत गिर जाएँगे और उनमें परमेश्वर का डर नहीं रहेगा।—2 तीमुथियुस 3:2-5.
आगे चलकर इंसानों का क्या होगा?
कुछ लोगों का मानना है . . . कि अंत में यह धरती और इस पर रहनेवाला हर इंसान नाश हो जाएगा, तो कुछ लोगों को उम्मीद है कि हालात अच्छे होंगे। आप क्या मानते हैं?
पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?
“नेक लोग धरती के वारिस होंगे और उस पर हमेशा की ज़िंदगी जीएँगे।”—भजन 37:29.
शास्त्र में और क्या बताया गया है?
आखिरी दिन खत्म होने पर हर तरह की बुराई मिटा दी जाएगी।—1 यूहन्ना 2:17.
यह धरती एक सुंदर बगीचे की तरह यानी फिरदौस हो जाएगी।—यशायाह 35:1, 6.